राज ठाकरे का बयान: गंगा नदी की सफाई और ऐतिहासिक स्मारकों पर विचार

Hemant
By Hemant
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मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गंगा नदी की स्वच्छता और ऐतिहासिक स्थलों को लेकर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि देश की नदियों की स्थिति गंभीर चिंता का विषय है और इस पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और उनके सही संदर्भ में प्रस्तुत किए जाने पर जोर दिया।

गंगा नदी की स्वच्छता पर सवाल

राज ठाकरे ने कहा कि गंगा नदी की सफाई के लिए अब तक 33 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद स्थिति में कोई बड़ा सुधार नहीं देखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बड़ी संख्या में लोग गंगा में स्नान करते हैं, लेकिन प्रदूषित जल के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं।

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आस्था के नाम पर जल स्रोतों को प्रदूषित किया जाना उचित है? उन्होंने इस पर पुनर्विचार की जरूरत बताई और कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

उन्होंने आगे कहा की, ’65 करोड़ लोगों ने स्नान किया, इसका मतलब है कि आधे भारत ने स्नान किया। महाराष्ट्र की नदियों की स्थिति भी वैसे ही खराब है।’

ऐतिहासिक स्मारकों को लेकर विचार

राज ठाकरे ने ऐतिहासिक मुद्दों पर चल रही बहस पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में वास्तविक समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है, बजाय इसके कि ऐतिहासिक स्मारकों को लेकर विवाद खड़े किए जाएं।

उन्होंने कहा कि इतिहास को सही संदर्भ में समझने और उससे सीखने की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित किया जाए और उनके महत्व को नई पीढ़ी को बताया जाए, ताकि वे अतीत की सीख को भविष्य में लागू कर सकें।

समाज के विकास पर जोर

राज ठाकरे ने कहा कि समाज को उन विषयों पर ध्यान देना चाहिए जो वास्तविक रूप से प्रगति में सहायक हैं। उन्होंने इतिहास को याद रखने की आवश्यकता पर बल दिया, लेकिन यह भी कहा कि उसका उपयोग केवल विकास की दिशा में किया जाना चाहिए।

राज ठाकरे का बयान: ऐतिहासिक मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में एक जनसभा में ऐतिहासिक मुद्दों पर चल रही चर्चाओं को लेकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में समाज को असल समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, बजाय इसके कि अतीत की घटनाओं पर अनावश्यक बहस की जाए।

इतिहास को सही संदर्भ में समझने की जरूरत

राज ठाकरे ने कहा कि कुछ लोग केवल फिल्मों के आधार पर इतिहास को समझने की कोशिश करते हैं, जो सही दृष्टिकोण नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इतिहास को गहराई से पढ़ने और समझने की जरूरत है, ताकि इससे सही सीख ली जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास में कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन उनका उपयोग वर्तमान में समाज को बांटने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। ऐतिहासिक व्यक्तित्वों को केवल एक विचार के रूप में देखने की आवश्यकता है, न कि किसी विवाद का कारण बनाने की।

विकास पर ध्यान देने की जरूरत

राज ठाकरे ने कहा कि इतिहास को जानना महत्वपूर्ण है, लेकिन समाज को आज के असल मुद्दों जैसे शिक्षा, रोजगार, और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य को बेहतर बनाने के लिए इतिहास से सीखना जरूरी है, लेकिन इसे विवादों का माध्यम नहीं बनाना चाहिए।

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