अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए पिछली सरकारों की आलोचना की।
अमित शाह ने कसा तंज
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में आतंकवाद विरोधी अभियानों और जम्मू-कश्मीर में विकास पर बोलते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा कटाक्ष किया।
एएनआई के अनुसार, शाह ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा, “अगर कोई काला चश्मा लगाकर बैठा हो, तो उसे विकास दिखाना कैसे संभव है?”
उन्होंने कश्मीर में गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी बात करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने आतंकवादियों को दूर से देखने का दावा किया था। शाह ने कहा, “अरे भाई, नजर में ही आतंकवादी है तो सपने में भी आएगा और कश्मीर में भी।”
उच्च सदन में अपने संबोधन में शाह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए पिछली सरकारों की आलोचना की। शाह ने कहा, “आतंकवादी पड़ोसी देश से कश्मीर में घुसते थे, वे यहां बम विस्फोट और हत्याएं करते थे। ऐसा कोई त्योहार नहीं था जो बिना किसी चिंता के मनाया जाता था। केंद्र सरकारों का रवैया लचीला था। वे चुप रहते थे और बोलने से डरते थे। उन्हें अपने वोट बैंक की चिंता थी।”
एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, “लेकिन पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद, हमने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई।” उन्होंने 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट हवाई हमले पर भी प्रकाश डाला, जो उरी और पुलवामा हमलों के लिए भारत की सीधी प्रतिक्रिया थी।
शाह ने कहा, “हमारे सत्ता में आने के बाद भी उरी और पुलवामा में हमले हुए। 10 दिनों के भीतर हमने सर्जिकल और हवाई हमलों से जवाब दिया। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति वहीं से शुरू हुई।” गृह मंत्री ने 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को हटाने को एक ऐतिहासिक कदम बताया, जिसने कश्मीर में अलगाववाद को समाप्त कर दिया। एएनआई के अनुसार, शाह ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि अनुच्छेद 370 कश्मीर में अलगाववाद का आधार था… मैं संविधान निर्माताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने 370 को अस्थायी बनाया। 5 अगस्त 2019 को हमने अनुच्छेद 370 को हटा दिया।”
यह भी पढे:- तेलंगाना सुरंग हादसा, फंसे हुए 8 श्रमिकों को बचाने के लिए बचाव प्रयास तेज